Bulandshahr News: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर ज़िले में चल रही पुलिस भर्ती प्रक्रिया में भ्रष्टाचार का गंभीर मामला सामने आया है। एक अभ्यर्थी से मेडिकल फिटनेस के नाम पर ₹35,000 की रिश्वत मांगने के आरोप में एक पुलिसकर्मी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया है। यह मामला सामने आते ही जिले के एसएसपी दिनेश कुमार सिंह ने तुरंत सख्त कार्रवाई करते हुए पूरे मेडिकल स्टाफ को बदलने के आदेश दे दिए।
अभ्यर्थी ने ऐसे किया खुलासा
घटना की शुरुआत उस वक्त हुई जब शिकारपुर क्षेत्र के जखैता गांव निवासी मनीष कुमार पुत्र जयप्रकाश ने यूपी पुलिस भर्ती के तहत बुलंदशहर पुलिस लाइन में मेडिकल टेस्ट में भाग लिया था। चेकअप के दौरान डॉक्टरों की टीम ने मनीष को बताया कि उसके शरीर में “नीलांक” है और उसे पुनः परीक्षण के लिए बाहर इंतजार करने को कहा गया।
इसी दौरान कांस्टेबल गजेंद्र नामक एक पुलिसकर्मी मनीष के पास आया और कहा कि यदि वह ₹35,000 दे दे तो उसे मेडिकल में फिट घोषित करा दिया जाएगा। मनीष ने बिना देर किए वहां मौजूद अधिकारियों को इस बात की जानकारी दी। मनीष की सजगता और हिम्मत से यह मामला तुरंत उच्च अधिकारियों तक पहुंचा और रिश्वतखोरी का पर्दाफाश हो गया।
कांस्टेबल गिरफ्तार और रिपोर्ट दर्ज
एसपी सिटी शंकर प्रसाद ने बताया कि मनीष की लिखित शिकायत के आधार पर कांस्टेबल गजेंद्र के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 (अब आईपीसी की धारा 308(3)) के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।
मेडिकल टीम में बड़ा बदलाव
एसएसपी दिनेश कुमार सिंह ने मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए कहा कि पुलिस भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सर्वोपरि है। उन्होंने तुरंत प्रभाव से मेडिकल परीक्षण में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को हटा दिया है और उनकी जगह दूसरी टीम को नियुक्त किया गया है। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि भविष्य में कोई भी भर्ती अभ्यर्थी किसी दबाव या लालच का शिकार न हो।

Author: Shivam Verma
Description