Bulandshahr News: रिश्वत देना और लेना, दोनों अपराध हैं, इसके बावजूद एक रिटायर्ड दरोगा ने अपने बेटे को मेरठ के एक स्कूल में नौकरी दिलाने के लिए 8 लाख रुपये की रिश्वत दी। यह मामला तब सामने आया जब नौकरी लगवाने का झांसा देने वाले शिक्षकों ने न तो नौकरी दिलाई और न ही रकम लौटाई। डीआईजी के आदेश पर जहांगीराबाद कोतवाली में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी
रिटायर्ड दरोगा अमीन खान, जो जहांगीराबाद के निवासी हैं, ने डीआईजी मेरठ को लिखित शिकायत में बताया कि 2016 में रिटायरमेंट के बाद उन्होंने अपने बेटे आमिर खान की नौकरी के लिए मेरठ निवासी रिटायर्ड शिक्षक शहाबुद्दीन से संपर्क किया। शहाबुद्दीन ने उन्हें फैज-ए-आम इंटर कॉलेज मेरठ के कर्मचारी तैय्यब, लेक्चरर तारिक और इकराम से मिलवाया। इन आरोपियों ने अमीन खान को भरोसा दिलाया कि 6 लाख रुपये में उनके बेटे को कॉलेज में लिपिक (बाबू) पद पर नियुक्त करवा दिया जाएगा।
ठगों ने फोन नंबर किया ब्लॉक
शिकायतकर्ता के अनुसार, 2016 में तारिक, इकराम, तैय्यब और शहाबुद्दीन उनके घर पहुंचे और 5 लाख रुपये तैय्यब के बैंक खाते में ट्रांसफर करवा लिए। इसके बाद उन्होंने क्रमशः दो लाख रुपये बैंक ट्रांसफर और एक लाख रुपये नकद लिए। कुल 8 लाख रुपये देने के बावजूद जब नौकरी नहीं मिली, तो पीड़ित ने आरोपियों से संपर्क किया। पहले तो आरोपियों ने उन्हें झूठे आश्वासन दिए, लेकिन बाद में उनका फोन नंबर ब्लॉक कर दिया।
चार के खिलाफ FIR दर्ज
एसपी देहात रोहित मिश्रा ने बताया कि डीआईजी के निर्देश पर जहांगीराबाद पुलिस ने रिटायर्ड शिक्षक शहाबुद्दीन, फैज-ए-आम इंटर कॉलेज मेरठ के कर्मचारी तैय्यब, लेक्चरर तारिक और इकराम के खिलाफ अमानत में ख़यानत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अब आरोपियों की गिरफ्तारी और मामले में आगे की कार्रवाई में जुटी है।
क्या है अमानत में खयानत का मामला?
भारतीय दंड संहिता की धारा 406 के तहत अमानत में खयानत एक दंडनीय अपराध है। यदि कोई व्यक्ति किसी अन्य की संपत्ति को अनुचित तरीके से हड़पता है या उसे लौटाने से इनकार करता है, तो इसे अपराध माना जाता है। इस मामले में दोषियों को जेल और आर्थिक दंड दोनों हो सकते हैं।
पीड़ित ने लगाई न्याय की गुहार
रिटायर्ड दरोगा अमीन खान ने पुलिस और प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि उन्होंने अपने बेटे की नौकरी के लिए अपनी गाढ़ी कमाई लुटा दी, लेकिन ठगों ने न तो नौकरी लगवाई और न ही पैसा लौटाया। मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।

Author: Shivam Verma
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