Bulandshahr News: बुलंदशहर ज़िले के गुलावठी कस्बे में एक हैरान कर देने वाला ठगी का मामला सामने आया है, जहाँ धन दोगुना करने के नाम पर एक गिरोह ने 61 लाख रुपये की चपत लगा दी। हैरत की बात ये है कि इस पूरे खेल में एक राष्ट्रीयकृत बैंक का कर्मचारी भी शामिल बताया जा रहा है।
भरोसे का फायदा उठा गया दोस्त
गाँव खुशहालपुर निवासी उस्मान पुत्र सलीम खान ने थाने में दी गई तहरीर में बताया कि उसका आना-जाना ग्राम मडावली, थाना जहांगीराबाद निवासी लोकेन्द्र चौधरी के घर पर था। बातचीत बढ़ी तो लोकेंद्र ने उस्मान को एक ‘तगड़ा ऑफर’ दिया — 45 दिन में पैसे डबल करके लौटाने का वादा। लोकेंद्र का ये दावा सुनने में तो बहुत मीठा लगा, लेकिन इसकी हकीकत कड़वी निकली।
लोकेंद्र ने भरोसा दिलाने के लिए अपने साथियों से भी मिलवाया — नितिन, जो कि HDFC बैंक जहांगीराबाद में कर्मचारी है, अर्पित, अर्पित की बहन प्रिया, सभी वहीं के निवासी हैं। इन सबने मिलकर उस्मान को इतनी सफाई से भरोसे में लिया कि उसने कुल ₹61 लाख रुपये उन्हें सौंप दिए।
चेक दिए, फिर पैसे रोक दिए!
जब तय समय बीत गया और पैसे वापस नहीं आए, तो उस्मान ने जब अपनी रकम मांगी तो लोकेंद्र ने उसे दो चेक पकड़ा दिए — ₹57 लाख के। लेकिन जैसे ही उस्मान ने बैंक में चेक लगाए, पता चला कि दोनों की पेमेंट पहले ही रोक दी गई थी। यहीं से उस्मान को समझ आया कि उसके साथ बड़ा धोखा हो गया है।
ठगी के बाद जब उस्मान ने ज्यादा सवाल-जवाब किए तो उसे धमकी भी मिली। FIR में बताया गया है कि आरोपियों ने बंदूक दिखाकर हत्या करने तक की धमकी दी। उस्मान ने अपनी जान को खतरा बताया है।
पुलिस की कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया है। लोकेंद्र चौधरी, उसका भाई लकी चौधरी, बैंक कर्मी नितिन, अर्पित और प्रिया के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 316(2), 318(2), और 351(2) के तहत FIR दर्ज कर ली गई है। पुलिस फिलहाल पूरे मामले की छानबीन में जुटी है।

Author: Shivam Verma
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