Lakhimpur kheri News: कोतवाली सदर पुलिस और स्वाट टीम की संयुक्त कार्रवाई में आज एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने समय पर कार्रवाई करते हुए अवैध असलहों के साथ दो कुख्यात अपराधियों को धर-दबोचा। इन दोनों ने न केवल अवैध हथियार रखने की बात मानी, बल्कि रंगदारी मांगने जैसे गंभीर अपराधों में संलिप्तता भी स्वीकार की।
मुखबिर की सूचना से खुली बड़ी साजिश
घटना की शुरुआत तब हुई जब थाना कोतवाली सदर क्षेत्र में गश्त कर रहे उप निरीक्षक पटेल राठी, कांस्टेबल सुनील तिवारी और टीम के अन्य सदस्य स्वाट टीम के हेड कांस्टेबल सत्यप्रकाश सिंह, ओम मिश्रा व हैड कांस्टेबल शरद शुक्ला से बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान एक मुखबिर ने सूचना दी कि दो संदिग्ध व्यक्ति पुराना एसपी बंगला के पास अवैध हथियारों के साथ खड़े हैं।
सूचना मिलते ही पुलिस ने बिना समय गंवाए योजनाबद्ध ढंग से इलाके की घेराबंदी की और मौके से हरप्रीत सिंह उर्फ टोनी (55 वर्ष) और गुरजीत सिंह उर्फ जौता (40 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया।
हथियारों के साथ दबोचे गए आरोपी
तलाशी के दौरान हरप्रीत सिंह के पास से एक .315 बोर का तमंचा और दो जिंदा कारतूस बरामद हुए। वहीं गुरजीत सिंह के पास से 12 बोर का तमंचा और दो कारतूस मिले। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि उनके पास इन हथियारों का कोई लाइसेंस नहीं है और ये असलहे अवैध रूप से उनके पास हैं।
रंगदारी मांगने का कबूलनामा
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में आरोपियों ने और भी चौंकाने वाली जानकारी दी। दोनों ने माना कि वे पिछले चार महीनों से लोगों से फोन कर रंगदारी मांग रहे थे। उन्होंने यहां तक बताया कि लखीमपुर की जानी-मानी डॉक्टर, डॉ. इंद्रा चौपड़ा से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। इतना ही नहीं, उन्होंने ‘बबर खालसा’ के नाम से धमकी भरा पत्र भी भेजा था।
पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। समय रहते कार्रवाई कर पुलिस ने न सिर्फ अपराध को टाल दिया बल्कि संभावित खतरे से भी लोगों को बचा लिया।

Author: Shivam Verma
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