Chandauli News: धानापुर कस्बे में दिनदहाड़े हुए बस मालिक राजकुमार यादव उर्फ मूटून यादव की हत्या ने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गहरा रोष जताते हुए प्रदेश की कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल उठाया है।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर सरकार को घेरते हुए कहा कि “मुख्यमंत्री को अब मान लेना चाहिए कि उत्तर प्रदेश की सत्ता अपराधियों के हाथ में चली गई है।” उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी शासन व्यवस्था से बेहतर तो अराजकता होती है, जहाँ जनता कम से कम किसी भ्रम में तो नहीं रहती।
उप्र में ‘सत्ता सजातीय’ और पुलिस का गठजोड़ साज़िश रचकर ‘जाति’ देखकर हत्या करवा रहा है। इसके लिए किसी को मिली सुरक्षा हटाने तक का षड्यंत्र किया जा रहा है। सत्ताधारियों को लग रहा है कि जब उनकी सरकार है तब न तो कोई जाँच होगी और न ही कोई पकड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री ये क्यों नहीं स्वीकार… pic.twitter.com/QghXMgtyMN
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 4, 2025
जातीय साजिश का आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री ने इस हत्या को जातीय साजिश करार देते हुए आरोप लगाया कि सत्ता में बैठे लोगों और पुलिस का गठजोड़ खास जाति के लोगों को निशाना बना रहा है। उन्होंने दावा किया कि हत्या की साजिश इस हद तक गई कि पीड़ित की सुरक्षा तक हटवा दी गई थी।
अखिलेश ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “सत्ताधारी मानते हैं कि जब उनकी सरकार है, तब न तो कोई जांच होगी और न कोई पकड़ा जाएगा। CCTV के सबूत होने के बावजूद जब आरोपी गिरफ्त से बाहर है, तो न्याय की क्या उम्मीद की जा सकती है?”
न्यायालय से स्वतः संज्ञान लेने की मांग
सपा अध्यक्ष ने कोर्ट से स्वतः संज्ञान लेकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने यह भी चेताया कि अगर शासन ने कोई सख्त कदम नहीं उठाया तो यह माना जाएगा कि वह भी इस अपराध में शामिल है। “हमारी साफ मांग है कि हत्यारे, संलिप्त पुलिसकर्मी और भाजपा से जुड़े माफियाओं को किसी भी हालत में बख्शा न जाए,” अखिलेश यादव ने कहा।
समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल मृतक राजकुमार यादव के घर पहुँचा और परिजनों से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की। प्रतिनिधिमंडल ने अपनी जांच रिपोर्ट सपा प्रमुख को सौंपने की बात कही है।
अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लेते हुए कटाक्ष किया कि “अगर लखनऊ में बैठकर वो कुछ नहीं कर सकते तो चंदौली को ही राजधानी घोषित कर दें। कम से कम जनता को माफियाओं की गोलियाँ तो नहीं झेलनी पड़ेंगी।”

Author: Shivam Verma
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