भारतीय मूल की अमेरिकी नासा अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के नौ महीने के लंबे अंतरिक्ष मिशन के बाद धरती पर सुरक्षित लौटने की खबर से उनके गुजरात स्थित परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई। उनके कज़न दिनेश रावल ने इस ऐतिहासिक क्षण पर अपनी भावनाएँ साझा करते हुए कहा कि परिवार के सभी सदस्य उनकी सुरक्षित वापसी को लेकर बेहद उत्साहित और भावुक हैं।
परिजनों ने मनाया जश्न
सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर ने 5 जून 2024 को स्टारलाइनर परीक्षण यान एससे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए उड़ान भरी थी। मिशन केवल आठ दिनों का था, लेकिन तकनीकी खामी के कारण दोनों अंतरिक्ष यात्री नौ महीने तक अंतरिक्ष में ही फंसे रहे। आखिरकार, भारतीय समयानुसार तड़के 3 बजकर 27 मिनट पर, उनका कैप्सूल फ्लोरिडा के तट के पास समुद्र में सफलतापूर्वक लैंड कर गया।
इस सुखद समाचार पर प्रतिक्रिया देते हुए दिनेश रावल ने कहा, “हम जब टीवी पर देख रहे थे और जैसे ही सुनीता कैप्सूल से बाहर आईं, हम खुशी से झूम उठे। कल हम बहुत चिंतित थे, लेकिन भगवान ने हमारी प्रार्थना सुनी और सुनीता को सुरक्षित वापस ले आए। आज हमारे लिए किसी त्यौहार से कम नहीं है।”
परिवार के लिए गर्व का क्षण
सुनीता विलियम्स की उपलब्धियाँ न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय हैं। दिनेश रावल ने कहा, “सुनीता सिर्फ हमारे परिवार की नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा हैं। उनका जीवन यह दर्शाता है कि यदि मेहनत और समर्पण के साथ आगे बढ़ा जाए तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।”
अंतरिक्ष से सुरक्षित वापसी
इस मिशन में कई तकनीकी चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, नासा और बोइंग की टीम ने अंततः उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की। कैप्सूल के पृथ्वी पर उतरते ही मेडिकल टीम ने सुनीता और विलमोर का स्वास्थ्य परीक्षण किया, जिसमें दोनों को स्वस्थ पाया गया।
सुनीता विलियम्स की यह यात्रा न केवल एक महत्वपूर्ण वैज्ञानिक उपलब्धि है, बल्कि अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में एक नया मील का पत्थर भी साबित हुई है। उनकी सफलता आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।

Author: Shivam Verma
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