Lucknow News: आमतौर पर पुलिस की छवि सख्त और कठोर मानी जाती है, लेकिन समय-समय पर कुछ ऐसे उदाहरण सामने आते हैं, जो इस सोच को बदल देते हैं। ऐसा ही एक भावुक कर देने वाला मामला लखनऊ के गोसाईगंज थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहाँ पुलिस ने न केवल एक भिखारी की मदद की, बल्कि उसे नई जिंदगी की ओर कदम बढ़ाने का मौका भी दिया। ये कोई आम भिखारी नहीं था, बल्कि एक समय का ‘हिस्ट्रीशीटर’ था – अजय उर्फ गब्बर। लेकिन अब वही गब्बर लखनऊ पुलिस की इंसानियत का कायल हो गया है।
कैसे शुरू हुई कहानी?
मंगलवार रात महानगर स्थित हनुमान सेतु मंदिर के बाहर एक भिखारी की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद गोसाईगंज थाने के प्रभारी निरीक्षक ब्रजेश त्रिपाठी ने क्षेत्र में रहने वाले सभी भिखारियों की पहचान और पृष्ठभूमि की जांच शुरू कर दी। इसी दौरान पुलिस की नजर एक 50 वर्षीय भिखारी अजय उर्फ गब्बर पर पड़ी।
जब उसकी पड़ताल की गई तो पता चला कि गब्बर कोई आम भिखारी नहीं है, बल्कि वह एक समय में चोरी और लूट जैसे अपराधों में लिप्त था और थाने का हिस्ट्रीशीटर रह चुका है। हालांकि, उसके खिलाफ दर्ज मुकदमे 20 से 25 साल पुराने थे और वह अपनी सजा पूरी कर चुका था।
पुलिस की सोच बदली ज़िंदगी
प्रभारी निरीक्षक त्रिपाठी बताते हैं, “मैं पिछले एक साल से इस क्षेत्र में हूं और अजय को कई बार मंदिरों और चौराहों के पास भीख मांगते हुए देखा है। मगर कभी किसी प्रकार की परेशानी या अपराध से उसका नाम नहीं जुड़ा।” गब्बर का न तो कोई घर है, न ही कोई परिवार। वह सड़कों पर रहकर जीवन गुजार रहा था।
गब्बर के हालात देखकर इंस्पेक्टर त्रिपाठी और उनकी टीम ने जो कदम उठाया, वो इंसानियत की मिसाल बन गया। उन्होंने तुरंत नाई को बुलाकर गब्बर के बाल कटवाए, उसे नहलाया और नए कपड़े पहनाए। फिर उसे भरपेट खाना खिलाया और चौकी के पास ही अस्थायी रूप से ठहरने की व्यवस्था की।
इंसानियत की मिसाल बनी गोसाईगंज पुलिस
इस घटना के बाद लखनऊ पुलिस, खासकर गोसाईगंज थाने की सोशल मीडिया पर जमकर सराहना हो रही है। लोग कह रहे हैं कि पुलिस सिर्फ अपराध रोकने का ही काम नहीं करती, बल्कि जरूरतमंदों की मदद करके समाज को बेहतर बनाने में भी भूमिका निभाती है।
गब्बर अब पुलिस के इस व्यवहार से इतना प्रभावित है कि वह खुद को एक ‘जेंटलमैन’ जैसा महसूस कर रहा है। नए कपड़ों में, साफ-सुथरी हालत में उसने फिल्मी अंदाज में डायलॉग भी मारे, जिससे वहां मौजूद पुलिसकर्मी और स्थानीय लोग मुस्कुरा उठे।

Author: Shivam Verma
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