Lucknow News: राजधानी लखनऊ में सोमवार सुबह से एक बड़ी कार्रवाई शुरू हुई, जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीमों ने शहर के नामचीन तुलसियानी ग्रुप और गंगोत्री ग्रुप के ठिकानों पर छापेमारी की। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग और करोड़ों रुपये के घोटाले से जुड़ी हुई है। हालांकि, अभी तक ED की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के हवाले से जानकारी मिल रही है कि जांच एजेंसी को इस कार्रवाई में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं।
10 ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई
इस छापेमारी का दायरा सिर्फ लखनऊ तक सीमित नहीं रहा, बल्कि प्रयागराज, नोएडा, दिल्ली और गुरुग्राम समेत कुल पांच शहरों में फैला हुआ है। इन सभी शहरों में ED की टीमें एक साथ अलग-अलग ठिकानों पर दस्तावेज़ों की तलाशी में जुटी हैं। बताया जा रहा है कि तुलसियानी ग्रुप के खिलाफ पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और अन्य निवेशकों के करीब 30 करोड़ रुपये हड़पने के आरोप हैं। वहीं गंगोत्री ग्रुप पर निवेश और कर्ज से जुड़े लेनदेन में गड़बड़ी के गंभीर संदेह हैं।
नकदी और दस्तावेज़ बरामद
लखनऊ स्थित तुलसियानी ग्रुप के दफ्तर पर की गई छापेमारी के दौरान अब तक करीब 4 लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं। इसके अलावा, बैंकों और निवेश से जुड़े कई अहम दस्तावेज भी मिले हैं, जिन्हें ED की टीमें खंगाल रही हैं। इन दस्तावेजों की बारीकी से जांच की जा रही है और ग्रुप से जुड़े लोगों से पूछताछ भी की जा रही है। आने वाले दिनों में इस पूरे मामले में कुछ बड़े नाम सामने आ सकते हैं।
2023 से चल रही है जांच
तुलसियानी ग्रुप के खिलाफ यह मामला नया नहीं है। दिसंबर 2023 में ED ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत इस ग्रुप के खिलाफ मामला दर्ज किया था। शुरुआती जांच में ही कई अहम सबूत सामने आए, जिसके बाद एजेंसी ने इस पर निगरानी बढ़ा दी थी। अब जब जांच को ठोस आधार मिल चुका है, तो छापेमारी का यह कदम उठाया गया है।
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गंगोत्री ग्रुप भी एजेंसी के निशाने पर
तुलसियानी ग्रुप के अलावा गंगोत्री ग्रुप पर भी शिकंजा कसता नजर आ रहा है। लखनऊ, नोएडा, दिल्ली, प्रयागराज और गुरुग्राम स्थित गंगोत्री ग्रुप के कार्यालयों और अन्य ठिकानों पर भी ED की टीम छानबीन कर रही है। एजेंसी की नजर इन ठिकानों से मिलने वाले निवेश और कर्ज से जुड़े रिकॉर्ड पर है। अगर इन दस्तावेजों में कोई गड़बड़ी पाई जाती है, तो गंगोत्री ग्रुप के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
ED की ओर से अब तक इस पूरे मामले पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है। लेकिन जानकार सूत्रों का कहना है कि जांच एजेंसी को कुछ अहम सुराग मिल चुके हैं और संभव है कि छापेमारी खत्म होने के बाद इस पूरे मामले पर बड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाए, जिसमें मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े बड़े खुलासे किए जा सकते हैं।

Author: Shivam Verma
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