Meerut News: गुरुवार को मेरठ जिले के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय से लापता हुई तीन छात्राओं को पुलिस ने देर रात सकुशल बरामद कर लिया। इस खबर से न सिर्फ परिजनों ने राहत की सांस ली, बल्कि पूरे जिले में चिंता का जो माहौल बना था, उसमें भी थोड़ी शांति आई है।
क्या हुआ था मामला?
जानकारी के अनुसार, लापता हुई तीनों छात्राएं सातवीं कक्षा की थीं। इनमें से एक मेरठ की निवासी थी, जबकि दो अन्य छात्राएं आसपास के जिलों से थीं। छात्राओं के ग़ायब होने के बाद से पुलिस और प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गए थे। जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर स्थित विद्यालय से अचानक छात्राओं के लापता होने की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन हरकत में आ गए।
पूरा मामला – Meerut News: मेरठ में कस्तूरबा गांधी विद्यालय से तीन छात्राएं लापता, संदिग्ध हालात में हुई घटना से मचा हड़कंप
क्यों भागीं थीं छात्राएं?
छात्राओं ने पुलिस को बताया कि उन्हें विद्यालय में मोबाइल चलाने पर डांट दिया गया था। डांट से डरकर उन्होंने स्कूल छोड़ दिया और भाग गईं। मेरठ निवासी छात्रा ने बाकी दो छात्राओं को अपने एक परिचित के घर ले जाकर वहां शरण दी। बाद में तीनों अपने-अपने घर पहुंच गईं।
पुलिस की तत्परता और प्रशासन की सक्रियता
घटना को लेकर पुलिस ने पूरी गंभीरता दिखाई। मोबाइल पर बातचीत के आधार पर सात युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। हालांकि इस मामले में अब तक किसी अपराध की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है।
जिला अधिकारी डॉ. वीके सिंह ने बीडीओ नूपुर गोयल और अपर जिलाधिकारी प्रशासन बलराम सिंह की संयुक्त कमेटी बनाकर जांच सौंपी थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर विद्यालय की प्रभारी वार्डन रीना देवी और शिक्षिका बिंदिया की सेवा समाप्त कर दी गई है। इसके अलावा बीएसए आशा चौधरी और जिला समन्वयक बालिका शिक्षा नेमपाल सिंह को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा गया है। खंड शिक्षा अधिकारी को भी तत्काल प्रभाव से हटाया गया है।
विद्यालय में कितनी छात्राएं थीं?
इस समय विद्यालय में कुल 100 छात्राएं पंजीकृत हैं। ईद और अन्य छुट्टियों के चलते 57 छात्राएं घर गई हुई थीं, जिससे विद्यालय में उस समय केवल 43 छात्राएं ही रह रही थीं। गुरुवार को स्टाफ को जब तीन छात्राएं नहीं मिलीं, तो वार्डन और अन्य शिक्षकों ने पहले खुद ही उन्हें ढूंढने की कोशिश की, लेकिन बात बढ़ती देख आखिरकार शुक्रवार को पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई।

Author: Shivam Verma
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