Mirzapur News: शाहिद कपूर की बॉलीवुड फिल्म ‘विवाह’ में आपने देखा होगा कि कैसे एक लड़का अस्पताल में एड्मिट लड़की से शादी करता है। मिर्जापुर में एक सच्ची घटना ने उस फिल्मी कहानी को असल ज़िंदगी में जी लिया—बस फर्क इतना था कि इस बार अस्पताल में लड़की नहीं, बल्कि लड़का घायल था, और लड़की ने उसे अपना जीवनसाथी बना लिया।
यह अनोखी प्रेम कहानी मिर्जापुर जनपद के गोगांव निवासी शिवराज सिंह और पुचनीपुरा, लालगंज थाना क्षेत्र की पुष्पांजलि सिंह की है। दोनों पिछले सात वर्षों से एक-दूसरे को जानते थे, और ढाई साल पहले जब पुष्पांजलि अपनी बहन के घर गई थीं, वहीं उनकी मुलाकात फिर से शिवराज से हुई। यही मुलाकात धीरे-धीरे प्यार में बदल गई।
एक्सीडेंट ने किया इम्तिहान, प्यार रहा कायम
बीच में एक बड़ी दुर्घटना ने शिवराज की ज़िंदगी को झकझोर कर रख दिया। एक सड़क हादसे में उनका पैर फ्रैक्चर हो गया, और तब से वे आठ महीने से जिला मंडलीय अस्पताल के एक प्राइवेट रूम में इलाज करा रहे हैं। लेकिन इस मुसीबत ने उनके प्यार को तोड़ने के बजाय और भी मजबूत कर दिया।
2 अप्रैल को पुष्पांजलि बिना किसी को बताए सीधे अस्पताल पहुंचीं और अपने घायल प्रेमी के सामने खड़ी हो गईं। उन्होंने साफ शब्दों में कहा, “आपका एक्सीडेंट हो गया है, अब शादी नहीं करूंगी तो कब करूंगी?” शिवराज भी इस सच्चे प्रेम को देखकर भावुक हो उठे। उन्होंने बेड पर बैठे-बैठे ही पुष्पांजलि की मांग में सिंदूर भर दिया और उसे गले से लगा लिया। इस तरह अस्पताल के कमरे में ही दोनों एक-दूजे के हो गए।
परिजन नहीं हुए राज़ी
जब पुष्पांजलि के घरवालों को इस विवाह की जानकारी मिली, तो वे अस्पताल पहुंचे और उसे समझाकर घर चलने को कहा। मगर पुष्पांजलि ने साफ कह दिया कि अब वह शिवराज की पत्नी है और उन्हीं के साथ रहेगी। लड़की के इस फैसले के बाद उसके परिजन उसे वहीं छोड़कर वापस लौट गए।
कोर्ट में भी कर दिया बयान
शादी के बाद दोनों ने मिर्जापुर कोर्ट में भी अपना बयान दर्ज करवा दिया है। पुष्पांजलि ने बताया, “मैं बीएससी सेकंड ईयर में पढ़ रही हूं। अब मैं शिवराज के साथ रहूंगी। अगर मेरी सास-ससुर मुझे पढ़ाई की अनुमति देते हैं, तो मैं आगे भी पढ़ाई जारी रखूंगी। मैं अब अपने परिवार को छोड़कर कहीं नहीं जाने वाली हूं।”
वहीं, शिवराज ने भी भावुक होकर कहा, “हम दोनों ने साथ जीने-मरने की कसमें खाई हैं। एक्सीडेंट के बावजूद पुष्पांजलि ने मेरा साथ नहीं छोड़ा। अब वह मेरी धर्मपत्नी है, और मैं किसी भी हालत में इसे छोड़ नहीं सकता।”

Author: Shivam Verma
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